लेवी चार्ज से हारे बरेलियंस आईपीपीबी को बनाया सहारा
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-लेवी चार्ज के चलते बैंक्स से बरेलियंस बना रहे दूरी -आईपीपीबी अकाउंट में 0 बैलेंस पर भी नहीं लगता है चार्ज 19 हजार लोगों ने अब तक आईपीपीबी में खोलवाए अकाउंट 2018 सितंबर में शुरू हुआ था
आईपीपीबी 1600 स्टूडेंट्स भी आईपीपीबी के अकाउंट होल्डर बने 100 रुपए जमा करके ओपेन करवा सकते हैं अकाउंट 1.30 मिनट में अकाउंट ओपेन होने में लगते हैं केस 1 मेरा बैंक अकाउंट बीओबी के सुभाषनगर
ब्रांच में है। एक साल पहले अकाउंट में करीब एक हजार रुपये थे, लेकिन अब बैलेंस माइनस में करीब दो हजार रुपए पहुंच गया है। एलडीएम ऑफिस गया तो बताया गया कि बैंक अकाउंट तभी बंद होगा जब रुपये जमा
करोगे, यह तो गलत है। आकाश केस 2 मेरा अकाउंट एचडीएफ सी बैंक में था। मिनिमम लिमिट से कम बैलेंस होने पर जब बैंक ने चार्ज लगाना शुरू कर दिय तो मैंने बैंक अकाउंट क्लोज करवा कर पोस्ट ऑफिस में
अकाउंट खोलवा लिया। - निधि सिंह केस 3 पहले मुझे अकाउंट में कम बैलेंस होने पर चार्ज लगने की जानकारी नहीं थी, लेकिन इसकी जानकारी होने पर मैने अपना अकाउंट ही क्लोज करवा दिया। अब आईपीपीबी में
अकाउंट ओपेन कराया है। -अरुण कुमार बरेली : ये तीन केस तो बानगी हैं, बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस कम होने पर लग रहे लेवी चार्ज के चलते लोगों का बैंक्स से मोह भंग हो रहा है। खासतौर पर लो इनकम
वाले लोग, हाउस वाइब्स और स्टूडेंट बैंक्स से किनारा करके आईपीपीबी में अकाउंट खोलवा रहे हैं। पिछले करीब एक साल में ही 19 हजार बरेलियंस आईपीपीबी के तहत अकाउंट ओपेन करवा चुके हैं। इसलिए बैंक से
हो रहा मोह भंग ज्यादातर प्राइवेट और सरकारी बैंक्स ने अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की लिमिट तय कर रखी है। अकाउंट में मिनिमम लिमिट से कम बैलेंस होने पर बैंक हर महीने लेवी चार्ज लगाना शुरू कर देती
हैं। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें अकाउंट में जमा रकम लेवी चार्ज में कटने के बाद बैलेंस माइनस में चला जा रहा है। परेशान कंज्यूमर्स अकाउंट क्लोज कराने के लिए बैंक के चक्कर लगा रहे हैं,
लेकिन उन्हें बैंक के रुल्स बताकर चार्ज जमा करने की सलाह दी जा रही है। जीरो बैलेंस पर भी नो टेंशन डाक विभाग ने आपका बैंक, आपके द्वार के तहत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की शुरूआत एक सितंबर 2018
में की थी। इसके तहत कोई व्यक्ति सिर्फ आधार कार्ड की फोटो कॉपी और 100 रुपये जमा करके आईपीपीबी का अकाउंट होल्डर बन सकता है। इसमें अकाउंट में जीरो बैलेंस होने पर भी कोई चार्ज नहीं देना होता
है। इसके चलते बरेलियंस का रुझान आईपीपीबी की ओर बढ़ रहा है। 1600 स्टूडेंट्स के खुले अकाउंट डाक विभाग आईपीपीबी को बढ़ावा देने में जुटा है। स्टूडेंट्स अकाउंट खोलने के लिए डाक विभाग कैंप लगाता
है, जिसके तहत अब तक 1600 स्टूडेंट्स भी आईपीपीबी के अकाउंट होल्डर बन चुके हैं। डेढ़ मिनट में खुलता है अकाउंट सामान्य तौर बैंक्स में एक अकाउंट ओपेन के लिए काफी फॉरमेलिटीज पूरी करनी होती है।
इसमें काफी टाइम भी खराब हो जाता है, लेकिनआईपीपीबी डेढ़ मिनट के अंदर अकाउंट खोलने का दावा करता है। इसके लिए वह ग्राहक से सिर्फ एक आधार कार्ड लेता है और डेढ़ मिनट के अंदर अकाउंट ओपेन कर क्यूआर
कार्ड दे देता है। रीचार्ज करने में दिखा रहे रुचि बरेलियंस आईपीपीबी में अकाउंट खुलवाने के बाद अकाउंट होल्डर्स मोबाइल और डीटीएच रीचार्ज में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। अब तक 18 हजार 773 ने
मोबाइल रीचार्ज किया है, जबकि 16 हजार 445 ने डीटीएच रीचार्ज किया है। वहीं 7 हजार 380 लोगों ने मनी ट्रांसफर किया जबकि दो हजार 452 लोगों ने पोस्ट ऑफिस के फाइनेंशियल प्रोडक्ट के लिए पेमेंट किया
है। सर्विस सुधरी तो बढ़ा रुझान पोस्ट ऑफिसेज की खराब सर्विस के कारण पहले लोग यहां अकाउंट खुलवाने से भागते थे। इसके चलते आईपीपीबी शुरू होने से पहले पोस्ट ऑफिसेज में सिर्फ डेढ़ लाख अकाउंट
होल्डर्स ही थे। सर्विस में सुधार होने के बाद आईपीपीबी की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है। बैंक्स में मिनिमम बैलेंस की लिमिट बैंक मिनिमम लिमिट बीओबी 2000 एसबीआई 2000 पीएनबी 2000 एचडीएफसी
5000 आईपीबी के तहत डेढ़ मिनट में अकाउंट खोला जा रहा है। इसके लिए आधार कार्ड ही लिया जा रहा है। बैंक की तरफ से कोई चार्ज नहीं लिया जाता, चाहे बैलेंस जीरो ही क्यों न हो। -शेखर नायल, ब्रांच
मैनेजर आईपीपीबी