जानिए आपके शरीर में किस ग्रह का कहां होता है स्थान और राशियों से इसका क्या है संबंध


जानिए आपके शरीर में किस ग्रह का कहां होता है स्थान और राशियों से इसका क्या है संबंध

Play all audios:


सौरमंडल में नौ ग्रह होते हैं जिनका हमारे जीवन में किसी ना किसी रूप में प्रभाव देखने को मिलता है। इन्हीं ग्रहों के माध्यम से मनुष्य की कुंडली बनाई जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्यक्ति


के शरीर में भी इन ग्रहों का अपना अलग-अलग स्थान होता है जिसके अनुसार यह शरीर के उस अंग को प्रभावित करते हैं… सूर्य – इसका स्थान शरीर के मस्तिष्क भाग में होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार


भी मस्तिष्क पर सूर्य का अधिकार माना गया है। मेष राशि में उच्च का होने पर शुभ फल देता है तो वहीं तुला राशि में नीच का होने से अशुभ फल प्रदान करता है। चंद्र – मनुष्य शरीर के मन, जल, फेफड़े और


इच्छाशक्ति पर चंद्र का प्रभाव होता है। वृषभ राशि में उच्च का होने पर शुभ फल देता है तो वृश्चिक राशि में नीच का होने पर अशुभ फल प्राप्त होते हैं। मंगल – शरीर की आंखों और रक्त पर इसका प्रभाव


पड़ता है। अगर मंगल अच्छा नहीं है तो वह आपकी आंखों, रक्त, कंठ और गुदे को प्रभावित कर सकता है। कर्क में नीच का होने पर अशुभ माना जाता है तो मकर में उच्च का होने पर अच्छे फल प्रदान करता है। बुध


– यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह है। इसका स्थान शरीर के पाचन तंत्र, वायु, जीभ, दांत, स्किन और वाणी पर होता है। कन्या राशि में उच्च का होने पर शुभ फल देता है तो वहीं मीन राशि में नीच


का होने पर अशुभ फल प्राप्त होते हैं। गुरु – इसका प्रभाव नाक और शरीर की वायु पर पड़ता है। इसके खराब होने से पित्त और चर्बी से संबंधी रोग होते हैं। साथ ही यह कर्क में उच्च का होने पर शुभ और


मकर में नीच का होने पर अशुभ फल देता है। शुक्र – इस ग्रह के अच्छा होने पर व्यक्ति आकर्षक लगता है। यह शरीर की त्वचा, वीर्य और गुप्तांग अंगों पर प्रभाव डालता है। शुक्र मीन में नीच का होकर शुभ


फल तो कन्या में नीच का होकर अशुभ फल देता है। शनि – इस ग्रह का प्रभाव शरीर की हड्डियों और नाभि पर पड़ता है। अगर शरीर के ये हिस्से सही नहीं है तो मान लीजिए की आपका शनि ग्रह कुछ खराब चल रहा है।


साथ ही शनि घुटनों, ऐड़ी, कफ और स्नायु तंत्र पर भी प्रभाव डालता है। मेष में नीच का होना अशुभ और तुला में उच्च का होना शुभ माना गया है। [bc_video video_id=”5992789334001″


account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”] राहु – राहु जिसे अशुभ ग्रह माना


जाता है इसका प्रभाव आपके सिर पर चोटी वाले स्थान पर, अंतड़ियों और मुख पर होता है। इसका मिथुन राशि में उच्च का होना शुभ तो वहीं धनु में नीच का होना अशुभ माना गया है। केतु – केतु आपके शरीर के


कंठ से लेकर हृदय तक के भाग को प्रभावित करता है साथ ही इस ग्रह के खराब होने पर पैरों की समस्या भी हो सकती है। केतु का धनु में उच्च का होना शुभ तो मिथुन में नीच का होना अशुभ होता है।