T-20 लीग टैस्ट मैच के भविष्य को खतरे में डाल रहे ipl जैसी लीग, 2019 तक और बढ़ेगा संकट

T-20 लीग टैस्ट मैच के भविष्य को खतरे में डाल रहे ipl जैसी लीग, 2019 तक और बढ़ेगा संकट

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फेडरेशन आफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (फिका) के सीईओ टोनी आइरिश ने आगाह किया कि आइपीएल और बिग बैश जैसे लुभावने टी20 लीग टैस्ट क्रिकेट के भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं और आइसीसी ने तुरंत


कोई कदम नहीं उठाए तो लंबी अवधि का प्रारूप अपने अस्तित्व बचाए रखने के लिए संघर्ष करेगा। आइरिश का मानना है कि यदि आइसीसी ने इस प्रारूप में आमूल चूल बदलाव नहीं किए तो द्विपक्षीय टैस्ट क्रिकेट


खत्म हो जाएगा। आइसीसी सीईओ डेव रिचर्डसन ने 2019 तक किसी तरह के बदलाव की संभावना से इनकार किया था। तब मौजूदा भविष्य का दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) समाप्त हो जाएगा लेकिन आइरिश का मानना है कि तब तक


बहुत देर हो जाएगी। उन्होंने लंदन टेलीग्राफ से कहा कि अगर हम 2019 तक इंतजार करते हैं तो विश्व में द्विपक्षीय क्रिकेट वास्तव में संकट में पड़ जाएगा। आइरिश ने वेस्ट इंडीज के खिलाड़ियों जैसे


क्रिस गेल और ड्वेन ब्रावो का उदाहरण दिया जो राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने के बजाय फ्रीलांस क्रिकेट खेलने को तरजीह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि खिलाड़ी हमसे कह रहे हैं कि


यदि चीजों में बदलाव नहीं हुआ तो वे ज्यादा से ज्यादा टी20 लीग में खेलना पसंद करेंगे। प्रत्येक देश के हिसाब से इसमें अंतर है। जिन देशों में खिलाड़ियों को अच्छा भुगतान मिलता है और टैस्ट क्रिकेट


की स्थिति मजबूत है, वहां टैस्ट क्रिकेट के लिए आत्मीयता बनी हुई है। लेकिन कई देशों की स्थिति ऐसी नहीं है। आपको बड़े परिदृश्य में सोचना होगा। आपको कई देशों में टैस्ट क्रिकेट को मजबूत रखना होगा


ताकि खिलाड़ी इस प्रारूप में खेलें। इस प्रारूप में निवेश करने की जरूरत है।