फिलीपींस ने की हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा, युवाओं में बढ़े एचआईवी के 500 प्रतिशत मामले
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI

Play all audios:

मनीला, 3 जून (आईएएनएस)। फिलीपींस के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को देश में एचआईवी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की सिफारिश की, क्योंकि युवाओं में एचआईवी के मामले 500 प्रतिशत बढ़
गए हैं। स्वास्थ्य सचिव टेओडोरो हर्बोसा ने एक वीडियो संदेश में बताया कि 15 से 25 साल के युवाओं में एचआईवी के मामलों में वृद्धि हुई है। इस साल जनवरी से मार्च तक हर दिन 57 नए मामले सामने आए, जो
पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में सबसे ज्यादा हैं। डीओएच के अनुसार, पिछले 10 सालों में नए एचआईवी मामले दोगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। साल 2014 में रोजाना 21 मामले थे, जो 2024 में बढ़कर 48 हो गए।
जनवरी से अप्रैल 2025 तक हर दिन 56 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले साल की तुलना में 44 प्रतिशत ज्यादा हैं। फिलीपींस में एचआईवी के मरीजों की उम्र कम होती जा रही है। डेटा के मुताबिक, 2006 से सबसे
ज्यादा मामले 25 से 34 साल की उम्र वालों में देखे गए हैं। एचआईवी का मुख्य कारण यौन संपर्क है, खासकर पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने वाले पुरुषों में यह ज्यादा देखा गया है। विश्व स्वास्थ्य
संगठन के अनुसार, एचआईवी एक वायरस है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है। इसका सबसे गंभीर रूप एड्स है। एचआईवी शरीर की श्वेत रक्त कोशिकाओं पर हमला करता है, जिससे रोग प्रतिरोधक
क्षमता कम हो जाती है और टीबी, संक्रमण या कैंसर जैसी बीमारियां आसानी से हो सकती हैं। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के खून, स्तन के दूध आदि से फैलता है। यह किस, गले लगाने या खाना बांटने से नहीं
फैलता। यह मां से बच्चे को भी हो सकता है। एंटी रेट्रोवाइरल थेरेपी से एचआईवी की रोकथाम और इलाज किया जा सकता है। अगर इलाज न हो तो एचआईवी कई साल बाद एड्स बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने
वयस्कों और किशोरों के एचआईवी रोग के लिए अपनी परिभाषा तय की है। साथ ही 5 साल से कम उम्र के एचआईवी पॉजिटिव बच्चों को भी एडवांस एचआईवी रोग की श्रेणी में रखा जाता है। --आईएएनएस एमटी/जीकेटी
Advertisment डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज
एजेंसी की ही होगी.