अब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को कोरोना, दूसरी बार जांच में निकले पॉजिटिव


अब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को कोरोना, दूसरी बार जांच में निकले पॉजिटिव

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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बुधवार को यह जानकारी उनके दफ्तर की ओर से दी गई। दरअसल, जैन (55) को तेज बुखार और ऑक्सीजन का स्तर गिरने के बाद राजीव गांधी


सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल (आरजीएसएसएच) में मंगलवार तड़के भर्ती कराया गया था। कल भी उनकी कोविड-19 की जांच की गई थी, जिसकी रिपोर्ट में उनके संक्रमित ना होने की पुष्टि हुई थी। जैन की बुधवार को


एक बार फिर कोरोना वायरस की जांच की गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था, ‘‘उन्हें अब भी बुखार है। मंत्री की पहली जांच के 24 घंटे बाद आज फिर कोविड-19 जांच की गई। रिपोर्ट शाम तक आएगी।’’ 


आरजीएसएसएच के डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत ‘‘स्थिर’’ हैं, लेकिन उन्हें फिर से ऑक्सीजन दिया जा रहा है। जैन के अलावा उनकी पार्टी की विधायक आतिशी मार्लेना भी कोरोना संक्रमित निकली हैं। वह 11


जून से होम क्वारंटीन में थी और अब उन्होंने खुद को घर के भीतर ही आइसोलेट कर लिया है। आतिशी ने ट्वीट किया, ‘‘सभी प्यार और शुभकामनाओं के लिए बहुत बहुत धन्यवाद! सभी को आश्वस्त करना चाहती हूं कि


मैं ठीक महसूस कर रही हूं। जब से मुझे मेरी रिपोर्ट मिली है, मैं घर पर पृथक वास में हूं। फल, विटामिन सी और ऑक्सीजन के स्तर की निगरानी के लिए ऑक्सीमीटर है।’’ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद


केजरीवाल ने पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता आतिशी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आतिशी का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। मुझे उम्मीद है वह


जल्द से जल्द स्वस्थ होकर एक बार फिर लोगों की सेवा में लग जाएंगी।’’ सूत्रों के अनुसार आतिशी की मंगलवार को कोविड-19 के लिए जांच हुई थी और आज उनकी रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई। सूत्रों ने


बताया कि वह इस समय घर में पृथक वास में हैं। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट किया, ‘‘शीघ्र स्वस्थ हों आतिशी, कोरोना से जल्द स्वस्थ हों।’’ [embedded content] अस्पताल की दुर्दशा उजागर करने


वाले डाक्टरों के खिलाफ ऐक्शन पर दिल्ली सरकार को कोर्ट ने लिया आड़े हाथोंः दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा को वीडियो के जरिये सार्वजनिक करने वाले डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को


निलंबित कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने पर उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि वह ‘संदेशवाहक को ही निशाना बना रही’ है। शीर्ष अदालत ने इससे पहले


राजधानी में स्थित लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल सहित दिल्ली सरकार के अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के इलाज और इस संक्रमण की जांच की संख्या कम किये जाने के कारण केजरीवाल सरकार को कड़ी फटकार


लगायी थी। न्यायालय ने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी की स्थिति बेहद भयावह और दयनीय है। न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने दिल्ली के अस्पतालों


में कोविड मरीजों के इलाज की घटिया सुविधाओं और शवों के प्रबंधन का स्वत: संज्ञान लिये गये मामले की वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से सुनवाई के दौरान प्राधिकारियों से कहा कि इन स्वास्थ्यकर्मियों


के खिलाफ उठाये गये सभी दंडात्मक कदम वापस लिये जायें। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)