अमेरिका के बाद इजरायल का संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से अलग होने का ऐलान
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI

Play all audios:

By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
यरूशलम, 6 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से अमेरिका के हटने की घोषणा के बाद इजरायल ने कहा कि वह इस फैसले में वाशिंगटन के साथ
है।
इजरायली विदेश मंत्री गिदोन साआर ने बुधवार को ट्रंप के फैसले के प्रति यहूदी राष्ट्र का समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने ने बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, इजरायल राष्ट्रपति ट्रंप के संयुक्त
राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भाग नहीं लेने के फैसले का स्वागत करता है। इजरायल इस मुद्दे पर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ है और यूएनएचआरसी में शामिल नहीं होगा।
इजरायली मंत्री ने यूएनएचआरसी पर मध्य पूर्व में एकमात्र लोकतंत्र [इजरायल], को जुनूनी रूप से बदनाम करने वाला बताया। उन्होंने कहा, इस निकाय ने मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के बजाय एक लोकतांत्रिक
देश पर हमला करने और यहूदी-विरोधी भावना को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।
गिदोन साआर ने कहा, इजरायल के खिलाफ 100 से अधिक निंदा प्रस्ताव पारित किए गए हैं, जो परिषद में अब तक पारित सभी प्रस्तावों का 20 प्रतिशत से अधिक है। यह संख्या ईरान, क्यूबा, उत्तर कोरिया और
वेनेजुएला के खिलाफ पारित प्रस्तावों से भी अधिक है। इजरायल अब इस भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेगा!
इजरायल के विदेश मंत्री की यह घोषणा इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा के दौरान आई है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यूएनएचआरसी और संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की, जिसकी हमास के साथ कथित संबंधों के आरोपों को
लेकर काफी आलोचना हुई थी।
ट्रंप ने मंगलवार (स्थानीय समय) को वाशिंगटन डीसी में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह घोषणा की।